बेंगलुरु । टीम इंडिया के सीनियर बल्लेबाज विराट कोहली एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में गुरूवार को पहली पारी में शून्य पर आउट होने के बावजूद पूर्व कप्तान एमएस धोनी को पछाड़कर सभी प्रारूपों में भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले क्रिकेटर बन गए। विराट कोहली ने गुरुवार को यहां मैदान पर उतरते ही अपना 536वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। दूसरी ओर, धोनी ने 2004 से 2019 के बीच भारत के लिए 535 अंतरराष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लिया था।
2008 में श्रीलंका में वनडे में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने के बाद विराट कोहली 115 टेस्ट, 295 वनडे और 125 टी20 का हिस्सा रहे हैं, जिसमें उन्होंने 27,041 अंतरराष्ट्रीय रन बनाए हैं। उन्होंने 213 मैचों में भारत की कप्तानी भी की है जिसमें 68 टेस्ट, 95 वनडे और 50 टी20 शामिल हैं।
विराट कोहली अब केवल महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से पीछे हैं, जिन्होंने 1989 से 2013 तक भारत के लिए खेलते हुए 664 कैप हासिल किए हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा कैप्ड इंटरनेशनल क्रिकेटर होने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। सक्रिय क्रिकेटरों में कोहली के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (486 कैप) और रवींद्र जडेजा (346 कैप) का नंबर आता है।
भारत के लिए टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा उपस्थिति के मामले में 35 वर्षीय खिलाड़ी 116 मैचों के साथ आठवें स्थान पर हैं। उन्होंने लंबे प्रारूप में 8, 947 रन भी बनाए, जो तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर के बाद टेस्ट में 9000 रन पूरे करने वाले चौथे भारतीय बनने से सिर्फ 53 रन पीछे हैं। हालांकि वह भारत की पहली पारी में खाता खोले बिना आउट हो गए।
इसके अलावा, विराट कोहली पिछले महीने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट के चौथे दिन 27,000 अंतरराष्ट्रीय रन तक पहुंचने वाले सबसे तेज खिलाड़ी बने थे। उन्होंने तेंदुलकर के 623 पारियों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया क्योंकि उन्होंने यह उपलब्धि सिर्फ 594 पारियों में हासिल की। वे 600 से कम पारियों में 27,000 अंतरराष्ट्रीय रन पूरे करने वाले एकमात्र क्रिकेटर हैं।