पेरिस: पेरिस ओलंपिक में खंडित फैसले में हार के बाद पदक से वंचित भारतीय मुक्केबाज निशांत देव ने कहा कि ‘अन्याय’ के बाद उनका सपना ‘दुःस्वप्न’ में बदल गया है जिसने उनके दिल को ‘क्रोध और उदासी’ से भर दिया है।
विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता 23 वर्षीय निशांत शनिवार को पुरुषों के 71 किग्रा क्वार्टर फाइनल में मैक्सिको के अपने दूसरे वरीय प्रतिद्वंद्वी मार्को वर्डे अल्वारेज से 1-4 से हार गए। वह हालांकि मुकाबले में हावी दिख रहे थे।