
रांची। झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का निधन। दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उन्होंने शुक्रवार को अंतिम सांस ली। झामुमो के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर यह जानकारी दी। रामदास सोरेन के निधन की खबर सुनते ही उनके विधानसभा क्षेत्र घाटशिला के साथ-साथ पूरे झारखंड में शोक की लहर दौड़ गयी है। एक ही महीने में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के 2-2 बड़े नेताओं के निधन ने पार्टी को झकझोर दिया है। उनका शव शनिवार को सुबह 8 बजे रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेगा। इस अवसर पर पार्टी के नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। सबसे पहले रामदास सोरेन (62) के बड़े पुत्र सोमेश सोरेन ने रात को करीब 10:46 बजे अपने पिता के सोशल मीडिया साइट एक्स से झारखंड के शिक्षा मंत्री के के निधन की सूचना दी. सोमेश सोरेन ने लिखा कि अत्यंत ही दुख के साथ यह बता रहा हूं कि मेरे पिताजी रामदास सोरेन जी अब हमारे बीच नहीं रहे।
इसके बाद झामुमो के नेता और बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने इसी ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि आप सभी को अत्यंत दु:ख के साथ यह सूचना साझा कर रहा हूं कि राज्य के स्कूली शिक्षा व निबंधन मंत्री तथा घाटशिला विधानसभा के विधायक माननीय रामदास सोरेन जी अब हम सबके बीच नहीं रहे।
उन्होंने लिखा कि उनके लाखों चाहने वालों, शुभचिंतकों, कर्मठ कार्यकतार्ओं, स्कूली शिक्षा व निबंधन विभाग के सहयोगियों और हम सबके लिए एक व्यक्तिगत और अपूरणीय क्षति है. पूरा झामुमो परिवार इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के सभी चिकित्सकों और उनकी टीमों के सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों का हृदय से आभार व्यक्त करता है कि उन्होंने पिछले 2 अगस्त से लेकर आज तक दिन रात उन्हें ठीक करने के लिए बहुत मेहनत की, लेकिन ईश्वर की मर्जी के आगे हम सब मजबूर हैं।
2 अगस्त को अपोलो अस्पताल में कराया गया था भर्ती
रामदास सोरेन 2 अगस्त को जमशेदपुर के अपने आवास में बाथरूम में गिर गये थे। उनके सिर और हाथ में गंभीर चोटें आयीं थीं. टाटा मोटर्स के अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली के इद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था । तब से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी ।