हजारीबाग। झारखंड के हजारीबाग शहर में सोमवार रात करीब 9.30 बजे कांग्रेस नेता और कटकमदाग पंचायत के पूर्व मुखिया उदय साव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात से शहर में सनसनी फैल गई है। उदय साव का आपराधिक रिकॉर्ड भी रहा है। हत्या के एक मामले में वह पहले जेल भी जा चुके थे।

जानकारी के मुताबिक, उदय साव अपनी बोलेरो गाड़ी पर हजारीबाग पुलिस लाइन के पीछे झील के रास्ते से गुजर रहे थे। तभी अपराधियों ने घेराबंदी कर उन पर गोलियां बरसाईं। एक गोली उनके सिर पर लगी। उन्हें जख्मी हालत में तुरंत हजारीबाग डिस्ट्रिक्ट बोर्ड चौक स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

वारदात की सूचना मिलते ही हजारीबाग के एसपी अरविंद कुमार सिंह सहित कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले की तहकीकात की जा रही है। फिलहाल हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।

हजारीबाग विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे मुन्ना सिंह सहित पार्टी के कई नेता-कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग अस्पताल पहुंचे हैं।

उदय साव हजारीबाग शहर से सटे कटकमदाग प्रखंड के रहने वाले थे। वह 2015 में अपनी पंचायत के मुखिया (ग्राम प्रधान) चुने गए थे। पिछले साल हुए ग्राम पंचायत के चुनाव में उनकी पत्नी मुखिया निर्वाचित हुई थीं और इसके बाद वह प्रखंड प्रमुख चुनी गईं। उदय साव जमीन-जायदाद के कारोबार से भी जुड़े थे। माना जा रहा है कि उनकी हत्या के पीछे कोई आपराधिक रंजिश या जमीन जायदाद से जुड़ा विवाद हो सकता है।

वर्ष 2019 के दिसंबर महीने में हजारीबाग में एनटीपीसी के लिए काम करनेवाली त्रिवेणी कंपनी के एजीएम गोपाल सिंह की हत्या हुई थी। उस वारदात में उदय साव का नाम मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर सामने आया था और वह कई महीने तक जेल में बंद रहे थे।

हजारीबाग में इसी साल 29 अक्टूबर को जमीन-जायदाद के कारोबार से जुड़े हिंदुत्ववादी नेता मंजीत यादव की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

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