रांची। कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के संदर्भ में की गई एक टिप्पणी को लेकर बुधवार को लोकसभा और हंगामा हुआ, जिसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।

लोकसभा की कार्यवाही आरंभ होने के दो मिनट के भीतर ही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे। उन्होंने ‘जय भीम’ के नारे लगाए।

संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा बाबासाहेब का अपमान किया और उन्हें चुनाव में भी हराया। उन्होंने कहा, ‘‘इन लोगों ने हमेशा बाबासाहेब का अपमान किया। हमने हमेशा उनका सम्मान किया।”

मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाबासाहेब से संबंधित कार्यों के कारण ये लोग बाबासाहेब का नाम मजबूरी में ले रहे हैं। सदन में हंगामा जारी रहने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्वाह्न 11 बजकर दो मिनट पर ही बैठक अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

कांग्रेस और विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया। मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश जारी किया जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं कि , ‘‘अभी एक फैशन हो गया है- अंबेडकर, अंबेडकर…। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।”

राज्यसभा में भी हुआ हंगामा

संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर पर गृह मंत्री अमित शाह द्वारा कथित तौर पर की गई एक टिप्पणी को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ देर बाद ही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए।

उन्होंने सदन को सूचित किया कि उन्हें नियम 267 के तहत एक नोटिस मिला है। यह नोटिस सपा के रामजी लाल सुमन ने दिया है जिन्होंने किसानों की हालत पर चर्चा करने के लिए नियत कामकाज स्थगित करने का अनुरोध किया है। सभापति ने कहा कि सपा सदस्य शून्यकाल में यह मुद्दा उठा सकते हैं।

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