
- कड़िया मुंडा की विरासत को बचाने में नाकाम रहे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुडा
खूंटी । जनजातियों के लिए सुरक्षित खूंटी संसदीय क्षेत्र में भाजपा का किला ध्वस्त हो गया। भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा पद्मभूषण कड़िया मुंडा की इस परपंरागत सीट को बचाने में नाकाम रहे। कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा ने एकतरफा मुकाबले में अर्जुन मुंडा को लगभग 149675 मतों से कड़ी शिकस्त दी।
मतगणना के पहले से लेकर अंतिम 17वे राउंड तक अर्जुन मुंडा एक बार भी कांग्रेस उम्मीदवार पर बढ़त नहीं बना सके। खूंटी संसदीय क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों में कालीचरण मुंडा कों बढ़त मिली। अर्जुन मुंडा को अपने विधानसभा क्षेत्र में भी मतदाताओं ने नकार दिया। अन्य सभी उम्मीदवारों की भूमिका सिर्फ वोटकटवा की रही। चुनाव परिणाम की घोषण होने के बाद निवार्ची पदाधिकारी सह उपायुक्त लोकश मिश्रा ने कालीचरण मुंडा को जीत का प्रमाणपत्र सौंपा।
पिछले लोकसभा चुनाव में अर्जुन मुंडा कालीचरण मुंडा को 1445 वोटों के अंतर से हराकर सांसद बने थे, लेकिन इस बार कालीचरण मुंडा ने बड़े अंतर से अर्जुन मुंडा को पराजित कर पिछली हार का बदला चुका लिया। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के कालीचरणन मुंडा को 511647 वोट मिले, जबकि भाजपा के अर्जुन मुंडा को 361972 मतों से संतोष करना पड़ा।
मतगणना के पहले ही चक्र में कालीचरण मुंडा ने अर्जुन मुंडा से लगभग दस हजार मतों की बढ़त ले ली और मतगणना के हर चक्र के बाद अर्जुन मुंडा पिछड़ते रहे। एक बार भी अर्जुन मुंडा को बढ़त नहीं मिली और अंतिम दौर की गणना के बाद कांग्रेस प्रत्याशी ने भाजपा के अर्जुन मुंडा को लगभग डेढ़ लाख वोटों के अंतर से पराजित कर दिया। दूसरे चक्र की मतगणना के बाद अर्जुन मुंडा 20 हजार के अंतर से पिछड़ गये। इसकी जानकारी मिलते ही कांग्रेस, झामुमो और राजद कार्यकतार्ओं ने आतिशबाजी कर जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया। जैसे-जैसे मतगणना का दौर समाप्त होने लगा इंडरी गठबंधनन के समर्थकों की भारी भीड़ मतगणन केंद्र के बाहर जमा होने लगी। कार्यकतार्ओं ने नाच-गाकर और पटाखे फोड़ कर और अबीर गुलाल लगाकर अपनी खुशी का इजहार किया। जैसे ही विजयी प्रत्याशी कालीचरण मुंडा मतगणना केंद्र से बाहर निकले, कार्यकतार्ओं ने उन्हें फूलमालाओं से लाद दिया।
चुनाव परिणाम की घोषणा होने के पहले ही विधायक दशरथ गागराई, विकास सिंह मुंडा, नमन विक्सल कोंगाड़ी और भूषण बाड़ा के अलावा झामुमो के जिलाध्यक्ष जु्रबैर अहमद सहित महागठबंधन कें कई नेता मतगणना स्थल पर जाकर काली चरण मुंडा को जीत की बधाई दी। मतगणना के तीसरे राउंड में कालीचरण मुंडा को जब 39 हजार से अधिक वोटों की बढ़त मिली, भाजपा के मतगणना एजेंट अधिवक्ता लाल रूपेंद्र नाथ शाहदेव कालीचरण मुंडा को बधाई देकर मतगणना केंद्र से बाहर निकल गये।
जनता की सेंवा के लिए हमेशा उपलब्ध हूं: कालीचरण मुंडा
केंद्रीय मंत्री और अपने परंपरागत प्रतिद्वंद्वी भाजपा के अर्जुन मुंडा को कड़ी शिकस्त देने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कालीचरण मुंडा ने कहा कि यह जीत खूंटी संसदीय क्षेत्र की जनता की जीत है। उन्होंने कहा कि वे जनता की सेवा हर समय उपलब्ध है। उन्होंन कहा कि किसानों की तकलीफ दूर करना, खूंटी बाईपास सड़क का निर्माण, नॉलेज सिटी जैसे कार्य उनकी प्राथमिकताओं में हैं।
तीसरे प्रयास में कालीचरण मुंडा ने चखा जीत का स्वाद : लगातार दो पराजय के बाद अंतत: कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा ने तीसरे प्रयास में जीत का स्वाद चखा। 2014 के संसदीय चुनाव में भाजपा के कड़िया मुंडा से कालीचरण मु्रडा पराजित हो गये थे। 2019 के चुनाव में अर्जुन मुंडा ने उन्हें महज 1445 वोटों के अंतर से पराजित किया था।
पांचवें राउंड के बाद ही खाली हो गया भाजपा का तंबू :
मतगणना का परिणाम जानने के लिए खूंटी, तोरपा, सिमडेगा, खरसावां तमाड़ सहित काफी दूर-दूर से भाजपा कार्यकर्ता मतगणना केंद्र के पास पहुंचे थे,। इसके लिए भाजपा द्वारा विशाल अेंट लगाया गया था, लेकिन जैसे-जैसे भाजपा प्रत्याशी अर्जुन मुडा पिछड़ते गये, भाजपा कार्यकर्ता वहां से जाने लगे। पांचवें राउंड के बाद तो भाजपा का तंबू लभग खाली हो चुका था।
किसको मिले कितना मत : इस लोकसभा चुनाव में खूंटी संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के कालीचरण मुंडा को 511647 मत, भाजपा के अर्जुन मुंडा को 361972 वोट मिले। बहुजन समाज पार्टी की सावित्री देवी को 12300 वोट, झारखंड पार्टी की अपर्णा हंस को 8532, भारत विकास पार्टी की बबिता कच्छप को 4594, निर्दलीय पास्टर संजय कुजूर को 4963, निर्दलीय बसंत लोंगा को 10755 और नोटा को 21919 वोट मिले।