श्रीनगर । जम्मू- कश्मीर में हुए हमले के बाद पर्यटकों में डर का माहौल है। लोग डरे हुए हैं और जल्दी से जल्दी वहां से निकलना चाहते हैं। पर्यटकों में दहशत है। वे वहां फंस गए हैं। लैंडस्लाइट के चलते रास्ते बंद हैं और वे वापस नहीं लौट सकते। वहीं पर्यटक एक पल भी कश्मीर में नहीं रुकना चाह रहे हैं। वे होटल खाली कर रहे हैं।

पुणे के IMD अधिकारी चंद्रकांत काले अपनी पत्नी के साथ पहलगाम से निकले ही थे कि हमला हो गया। उन्होंने फ़ोन पर बताया कि हम श्रीनगर जा रहे थे तभी हमें हमले के बारे में पता चला। मैं पूरी तरह से हिल गया था।

पुणे के वकील विजयसिंह थोम्बरे अपनी पत्नी NCP नेता रूपाली पाटिल-थोम्बरे के साथ श्रीनगर में हैं। उन्होंने बताया कि पर्यटक डरे हुए हैं और वापस जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम में से ज़्यादातर लोग डरे हुए हैं और जल्द से जल्द जम्मू- कश्मीर छोड़ना चाहते हैं।

सड़कें सुनसान: उन्होंने आगे बताया, ‘हम रविवार को पहलगाम में थे, फिर अगले दिन गुलमर्ग चले गए। आज हम गोंडोला राइड का आनंद ले रहे थे कि सैनिकों ने सभी पर्यटकों को तुरंत होटल लौटने का आदेश दिया। सड़कें सुनसान हैं और हर जगह सेना ही सेना है।’ गोंडोला राइड एक तरह की केबल कार होती है, जिससे पहाड़ों पर घूमना आसान हो जाता है।

राजस्थान का परिवार लौटा : राजस्थान के विपुल भाटिया अपने दोस्तों अमन और अर्पण के साथ पहलगाम में छुट्टियां मना रहे थे। मंगलवार को वे घूमने निकले थे कि उनके ड्राइवर ने उन्हें तुरंत होटल लौटने को कहा। भाटिया ने बताया कि दुकानें तुरंत बंद हो गईं, सुरक्षा जांच बढ़ गई और हेलीकॉप्टर ऊपर उड़ रहे थे, शायद घायलों को निकालने के लिए।

पहलगाम और आसपास के इलाकों में कई पर्यटक श्रीनगर के लिए रवाना हो गए और होटल खाली कर दिए। एक होटल मालिक ने बताया कि वे घबरा गए और रुकना नहीं चाहते थे। लेकिन वे जम्मू नहीं जा सके क्योंकि भूस्खलन के कारण हाईवे बंद था। हमले के बाद जम्मू और कश्मीर में फंसे पर्यटक डरे हुए हैं और अपने घरों को वापस जाने के लिए बेताब हैं। रास्ते बंद होने की वजह से उनकी मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं। हर कोई सुरक्षित घर पहुंचने की दुआ कर रहा है।

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