रामगढ़। झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में सबसे कम 231 वोटों से जीत हासिल करने वाले मांडू के नवनिर्वाचित विधायक निर्मल महतो ने त्यागपत्र देने की पेशकश की। विधानसभा चुनाव परिणाम के दूसरे ही दिन मांडू विधायक निर्मल महतो उर्फ तिवारी महतो ने इस्तीफे का ऐलान किया।

सुदेश महतो से मिलकर सौपेंगे त्यागपत्र

वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में मांडू विधानसभा सीट से आजसू पार्टी का खाता खोलने वाले निर्मल महतो ने कहा कि वो स्वेच्छा से यह सीट सुदेश महतो के लिए छोड़ने को तैयार है। उन्होंने बताया कि वो जल्द ही सुदेश महतो से मिलकर इस्तीफा दे देंगे।

आजसू पार्टी-बीजेपी कार्यकर्ता फिर चुनाव की तैयारी करें

निर्मल महतो ने कहा कि मांडू में उनकी जीत सुदेश महतो, सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और बीजेपी-आजसू पार्टी कार्यकर्ताओं की है। सभी कार्यकर्ताओं से आग्रह है कि वो सुदेश महतो के लिए चुनाव की तैयारी करें। उन्होंने कहा कि सुदेश महतो झारखंड के बड़े नेता हैं, उन्हे विधानसभा जाना चाहिए, वो जिन मुद्दे को विधानसभा में उठाते है शायद कोई नेता नहीं उठाता है।

विधानसभा में सुदेश महतो की आवाज गूंजनी चाहिए

आजसू पार्टी के एक मात्र विधायक निर्मल महतो ने कहा कि चुनाव में हारना-जीतना अलग बात है, उनके नेता सुदेश महतो थे और रहेंगे। झारखंड में सुदेश महतो से बड़ा नेता न तो पैदा हुआ है और न होगा। सुदेश महतो की आवाज विधानसभा में गूंजना चाहिए।

निर्मल महतो ने मांडू मांडू की सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार और पूर्व मंत्री जय प्रकाश भाई पटेल को 231 वोटों से हराया था। निर्मल महतो को 90871 वोट मिले थे और जेपी पटेल को 90640 वोट मिला। इस चुनाव को जेएलकेएम के उम्मीदवार बिहारी कुमार ने त्रिकोणीय बनाया। बिहारी कुमार को 71276 वोट मिले थे।

मांडू विधानसभा सीट पर सुदेश महतो के लिए राह आसान नहीं

अगर इस सीट से निर्मल महतो इस्तीफा देते है, तब भी उपचुनाव में सुदेश महतो की राह आसान नहीं हो सकती, क्योंकि यहां जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम खेल बिगाड़ सकती है। इस बार भी जेएलकेएम के उम्मीदवार बिहारी कुमार को मिले वोट बताते है कि अगर उपचुनाव हुआ तो वो भी इस सीट के बड़े दावेदार होंगे।

सुदेश महतो को सिल्ली में जेएमएम से मिली करारी हार

आजसू पार्टी प्रमुख सुदेश महतो को इस बार के चुनाव में सिल्ली विधानसभा सीट से करारी हार मिली। इस सीट से सुदेश महतो ने वर्ष 2000, 2005, 2009 और 2019 में जीत मिली। लेकिन वर्ष 2014 में भी सुदेश महतो को अमित महतो ने ही पराजित किया था और इस बार भी अमित महतो के हाथों ही सुदेश महतो की हार हुई।

Share.

Leave A Reply

Exit mobile version