नई दिल्ली। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने मंगलवार को मीडिया कर्मियों से बात करते हुए उन अटकलों को खारिज कर दिया जिसमें कहा जा रहा था कि झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को गठबंधन के तहत एक सीट दिए जाने से वह नाराज हैं। साथ ही उन्होंने आने वाले चुनावों में अपनी रणनीतियों के बारे में भी चर्चा की।उन्होंने कहा, “मैं एक बात स्पष्ट कर दूं कि ऐसे कई लोग हैं जो चाहते हैं कि मेरे और मेरे प्रधानमंत्री के बीच दूरियां आएं। मैं बहुत स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होगा। मैं अपने प्रधानमंत्री से किसी भी तरह से विवाद में पड़ सकता हूं, ये संभव ही नहीं है। मुझे भी कई जगह सुनने को मिल रहा है कि झारखंड को लेकर चिराग पासवान नाखुश हैं। मैं ना सिर्फ़ खुश हूं बल्कि पूरी तरह से संतुष्ट हूं कि भारतीय जनता पार्टी ने एक दूसरे राज्य में भी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को वही सम्मान देने का काम किया जो सम्मान वह हमारे नेता रामविलास पासवान के रहते हुए देती थी।”
उन्होंने आगे कहा, “उन्होंने इस सम्मान को बढ़ाने का काम किया है। इससे पहले भी साल 2014 में हमें एक सीट दी गई थी। झारखंड में लड़ने के लिए शिकारीपाड़ा की उस सीट से उस वक्त पार्टी बहुत ज्यादा संतुष्ट नहीं थी। इस बार मुझे खुशी इस बात की है कि जो सीटें हम लोगों ने चुनी थी, उसी में से हम चाहते थे कि हम लोगों को गठबंधन के तहत लड़ने का मौका दिया जाए।”
उन्होंने कहा, “हमने जो सीटों की सूची सौंपी थी, उस सूची में से ही हमें सीट मिली है। जब हम लोगों की पसंद की सीट हमें मिली है तो पार्टी पूरे जोश के साथ वहां पर चुनावी मैदान में उतरेगी। इस बात को लेकर मैं आश्वस्त हूं कि पार्टी अपनी सीट तो जीतेगी ही जीतेगी। हम लोगों की अहम भूमिका भाजपा और गठबंधन को बाकी सीटों पर भी जीत दिलाने को लेकर होगी। वहां 24 अक्टूबर को नामांकन होना है। इस नामांकन में शामिल होने मैं वहां जा रहा हूं।”
इसके बाद उन्होंने कहा, “हेमंत सोरेन की मौजूदा सरकार में बहुत ज्यादा विवाद और भ्रष्टाचार देखने को मिले हैं। इसकी वजह से झारखंड को शर्मसार होना पड़ा है। राज्य के मुख्यमंत्री तक को भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल जाना पड़ा। जिस तरीके से विपक्ष बंटा हुआ दिखाई दे रहा है। यह लोग सीटों के लिए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। यह गठबंधन किस प्रकार का है। इसमें राजद और कांग्रेस खुलकर एक दूसरे के ऊपर आरोप लगा रहे हैं। जो गठबंधन एक दूसरे के साथियों को गठबंधन में चुनाव लड़ने तक का सम्मान नहीं दे पा रहा, वह कैसे एक मंच पर आकर एक दूसरे के वोटर्स रिझाएंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं मानता हूं तथाकथित इंडिया ब्लॉक की बड़ी हार जैसे हरियाणा में देखने को मिली थी, वैसे ही बड़ी हार झारखंड चुनाव परिणामों के बाद देखने को मिलेगी। राज्य में एक मजबूत एनडीए की सरकार बनेगी। झारखंड के विकास को लेकर हम झारखंड में सरकार बनाने जा रहे हैं। इसमें कहीं कोई संदेह नहीं।”