नयी दिल्ली: देश में चालू वित्त वर्ष में सीमेंट की मांग सात से आठ प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। अल्ट्राटेक सीमेंट ने हाल ही में जारी अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा कि इस वृद्धि को देशभर में निर्माण गतिविधियों में बढ़ोतरी से मदद मिलेगी।
आदित्य बिड़ला समूह की प्रमुख कंपनी ने कहा कि इस बढ़ी हुई मांग को पूरा करने के लिए सीमेंट उद्योग में अगले वित्त वर्ष (2025-26) में 3.5 से चार करोड़ टन क्षमता बढ़ने का अनुमान है। इसके अलावा, मांग में इस वृद्धि से चालू वित्त वर्ष (2024-25) में उद्योग का क्षमता इस्तेमाल 72 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा, जो 2022-23 में लगभग 68 प्रतिशत था। अल्ट्राटेक ने कहा, “देश भर में बुनियादी ढांचे और आवास क्षेत्र में निर्माण गतिविधियों में वृद्धि के कारण चालू वित्त वर्ष (2024-25) में सीमेंट की मांग सात से आठ प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है।”
पीएम गति शक्ति के सिद्धांतों का पालन करते हुए बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की एकीकृत और समन्वित योजना और कार्यान्वयन पर ‘एकजुट ध्यान’ दिया गया है।
कंपनी ने कहा कि महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए व्यय आवंटित करने को प्राथमिकता दी गई है। इसके अलावा, एकल नोडल एजेंसी/ट्रेजरी एकल खाता प्रणाली का उपयोग करके संसाधनों को समय पर जारी करके नकदी प्रबंधन की दक्षता को बढ़ाया गया है।
कंपनी के शेयरधारकों को संबोधित करते हुए चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि भारत का बुनियादी ढांचा क्षेत्र ‘उल्लेखनीय वृद्धि’ के लिए तैयार है, जिसमें अगले पांच साल में निवेश में सालाना 15.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
निवेश बैंक एवं वित्तीय सेवा कंपनी मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बिड़ला ने कहा, ‘‘इस वृद्धि के परिणामस्वरूप कुल खर्च 1,450 अरब डॉलर हो सकता है।’’