
गुमला। डुमरी पुलिस ने पीएलएफआई संगठन के एरिया कमांडर परमेश्वर गोप के नाम से लेवी मांगने वाले दो अपराधियों को गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में पहाड़ी चिता गिरोह का पूर्व एरिया कमांडर सिसई थाना क्षेत्र के पोढ़ा नागफेनी निवासी 35 वर्षीय रामावतार साहु उर्फ रामा व डुमरी थाना क्षेत्र के डुमरी गांव निवासी हेमंत कुमार उर्फ हेमंत गुप्ता के नाम शामिल है।



पुलिस ने लेवी मांगने में प्रयोग किया गया मोबाइल बरामद किया। डुमरी थाना में मंगलवार को प्रेस कान्फ्रेंस करते हुए एसडीपीओ ललित कुमार मीना ने बताया कि डुमरी थाना क्षेत्र के राजेश कुमार केशरी के द्वारा लेवी मांगने व जाने से मारने की धमकी दिये जाने का मामला डुमरी थाना में दर्ज कराया गया था। मामले के अनुसंधान व कांड का उदभेदन को लेकर एक छापामारी टीम का गठन किया गया था। अनुसंधान के क्रम में कांड के अप्राथमिक अभियुक्त हेमंत गुप्ता को पूछताछ हेतु थाना लाया गया। जिसने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि चैनपुर के धाना होटल से एक महिला का मोबाईल चोरी की थी। जिसका सीम निकालकर मोबाईल वापस कर दिया था।
हेमंत गुप्ता ने बताया कि जब वह वर्ष 2020 में अपनी पत्नी के केश में जेल गया था। उसी दौरान पहाड़ी चिता गिरोह के एरिया कमांडर रामावतार साहु से मुलाकात हुई थी। जेल से छूटने के बाद टांगीनाथ धाम में शौचालय का कार्य करा रहे रामावतार साहु से हुई। इस दौरान दोनों ने मिलकर डुमरी के धनाढ्य लोगों से लेवी वसूलने का पलान बनाया। जिसके लिए महिला से लिये अवैध सीम का प्रयोग करने का भी प्लान बनाया। प्लान के अनुसार 2 जनवरी को गुमला के टावर चौक पर दोनों अभियुक्त मिले और नागफेनी की ओर जाकर महिला से लिये सीम का प्रयोग करते हुए डुमरी थाना क्षेत्र के राजेश केशरी, संदीप गुप्ता व जुन उरांव से पीएलएफआई संगठन के परमेश्वर गोप के नाम से लेवी की मांग की और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी थी। एसडीपीओ ने बताया कि रामावतार साहु का पूर्व अपराधिक इतिहास रहा है। वह पूर्व में पहाड़ी चिता गिरोह का एरिया कमांडर था। उसके खिलाफ कई नामजद कांड दर्ज है। छापामारी अभियान में थाना प्रभारी डुमरी अनुज कुमार, पुअनि मनोज कुमार, पुअनि संजय कुमार चौबे, एसएसबी के असिस्टेंट कमांडर मो. जहांगीर राईनी, आरक्षी जीतु तिग्गा, रामजीलाल यादव, विष्णु उरांव व संजय मिंज शामिल थे।