
पटना। पटना के प्रसिद्ध व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या मामले में पुलिस को कुछ अहम जानकारी हाथ लगी है। पुलिस जांच में सामने आया है कि इस हत्याकांड की साजिश पटना की बेऊर जेल के भीतर रची गई थी। इसी इनपुट के आधार पर पटना पुलिस ने शनिवार को बेउर जेल में बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विनय कुमार ने बताया कि एसपी सिटी सेंट्रल के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया गया है। अपराधी जल्द पकड़े जाएंगे। पुलिस ने तीन कुख्यात अपराधियों से की पूछताछ।



आईजी और प्रमंडलीय आयुक्त के नेतृत्व में आॅपरेशन शुरू किया गया है। छापेमारी टीम में पटना वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), तीनों सिटी एसपी, और दर्जनों थानों की पुलिस टीमों को शामिल किया गया है। जेल में बंद कुछ संदिग्ध कैदियों ने बाहर के शूटरों को हत्या के निर्देश दिए थे। पुलिस की टीम फिलहाल जेल के अंदर संदिग्ध कैदियों के सेल की गहन तलाशी ले रही है। आशंका जताई जा रही है कि कुछ कुख्यात गैंगस्टरों का इस हत्या में सीधा संबंध हो सकता है। फिलहाल एक को गिरफ्तार किया गया है। जेल प्रशासन भी इस पूरे मामले में पुलिस को पूरा सहयोग दे रहा है।
उल्लेखनीय है कि बीती रात गोपल खेमका की हत्या बांकीपुर क्लब से लौटने के बाद उनके आवास के बाहर ही कर दी गई। बाइक सवार अपराधियों ने उन्हें टारगेट कर बेहद नजदीक से गोली मारी जिससे खेमका की मौके पर ही मौत हो गई थी।
भ्रष्ट-निकम्मे अधिकारियों पर होगी कार्रवाई : बिहार के पटना में कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में उप-मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने आज उनके परिजनों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अपराधी की पहचान कर ली गई है। इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्ट और निकम्मे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात भी कही है। उन्होंने कहा कि 2018 से 2025 के बीच कार्रवाई क्यों नहीं की गयी, इसको लेकर भी जांच की जाएगी और जमीन माफियाओं के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। इधर, पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है।