दुमका। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने झारखंड के दुमका में चुनौतीपूर्ण अंदाज में कहा कि कोई माई का लाल नहीं है, जो देश से आरक्षण हटा सके। कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है तो वे आरक्षण को लेकर झूठा प्रचार कर रहे हैं। दुमका सीट से भाजपा की प्रत्याशी सीता सोरेन के नामांकन के बाद यज्ञ मैदान में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने ईडी-आयकर के छापों में करोड़ों रुपए की बरामदगी की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेसियों ने यह रकम गरीब जनता का खून पीकर इकट्ठा किया है।
उन्होंने जनता से कहा कि आप इस चुनाव में इनकी लूट का बदला लीजिए। उन्हें अपने वोट के जरिए सजा दीजिए। उन्होंने झामुमो-कांग्रेस की झारखंड सरकार पर आदिवासियों के स्वाभिमान और सम्मान को चोट पहुंचाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस पर प्रहार करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी एवं मनमोहन सिंह तक तमाम प्रधानमंत्री गरीबी हटाने का राग अलापते रहे, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा।
दूसरी तरफ हमारे प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ भारतीयों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला। मोदी जी का संकल्प और हमारी पार्टी का फैसला है कि हम एक भी व्यक्ति को देश में गरीब नहीं रहने देंगे।
मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि इतने बड़े देश में प्रत्येक व्यक्ति को कोविड के दो से तीन टीके मुफ्त लगे, जबकि अमेरिका जैसा समृद्ध देश भी ऐसा नहीं कर सका। उन्होंने कहा कि दुनिया में धन-दौलत के मामले में हमारा देश दस साल पहले 11 वें स्थान पर था। मनमोहन सिंह दस साल पीएम रहे, लेकिन हमारा रैंक वहीं रहा।
2014 में मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद देश अर्थव्यवस्था के मामले में पांचवें स्थान पर पहुंच गया। आज अर्थव्यवस्था के बड़े जानकार कहते हैं कि भारत इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि सारी दुनिया में अमेरिका और चीन के बाद तीसरा स्थान हमारा होगा।
कांग्रेस की सरकारों पर महान आदिवासी नायक भगवान बिरसा मुंडा की उपेक्षा का आरोप मढ़ते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पहली बार उनकी जयंती 15 नवंबर को मोदी जी ने राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है।
कांग्रेस-झामुमो के लोग केवल झूठ बोलकर और आंखों में धूल झोंककर राजनीति करते हैं, जबकि हम राजनीति केवल सरकार नहीं, देश और समाज बनाने के लिए करते हैं।
उन्होंने विपक्ष के इस आरोप को निराधार बताया कि केंद्र की सरकार ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल विरोधियों के खिलाफ कर रही है। हमारी सरकार ने साफ कहा है कि भ्रष्टाचारी किसी भी पार्टी की हो, उसके कार्रवाई होनी चाहिए।