रांची । झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए 13 और 20 नवंबर को मतदान होने वाले हैं। इसी बीच झारखंड चुनाव से पहले मैटराइज सर्वे का एक सर्वे सामने आया है। जिसमें चुनाव में अलग-अलग पार्टियों को मिलने वाली सीटों और वोट शेयर का अनुमान लगाया गया है। सर्वे के मुताबिक, झारखंड में सत्ता परिवर्तन होने जा रहा है। राज्य में भाजपा गठबंधन की सरकार बनने जा रही है, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद गठबंधन को बड़ा झटका लगने जा रहा है। झारखंड में हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन होने का इतिहास रहा है। 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत होती है। मैटराइज सर्वे के अनुसार, झारखंड में भाजपा गठबंधन को 45 से 50 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक के 18 से 25 सीट जीतने की आशंका जताई गई है। वहीं, अन्य के खाते में 2 से 5 सीट मिलने की उम्मीद है। साल 2019 के विधानसभा चुनावों में जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 47 सीटें जीतीं, जबकि एनडीए को 25 सीटें मिली थी।
वोट प्रतिशत की बात करें तो, मैटराइज सर्वे के अनुसार भाजपा गठबंधन को 53 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिलने की उम्मीद है। जबकि, जेएमएम-कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन का वोट शेयर 27.9 फीसदी रह सकता है। वहीं, अन्य को 18.9 प्रतिशत वोट शेयर का अनुमान जताया गया है।
मैटराइज सर्वे के अनुसार, कोल्हान (चाईबासा), दक्षिणी छोटानागपुर (रांची), पलामू (मेदिनीनगर) में जहां भाजपा और उसके सहयोगी दल की पकड़ मजबूत होती दिखाई दे रही है। वहीं, जेएमएम गठबंधन को इन पांच क्षेत्रों में भारी सीटों का नुकसान होने का अनुमान है।
झारखंड में रीजन वाइज सीटों की बात करें तो, मैटराइज सर्वे के अनुसार संथाल परगना की 18 सीटों में से भाजपा गठबंधन को 6 से 9 सीटें मिल सकती है, वहीं जेएमएम गठबंधन को 4 से 10 सीटें मिलने का अनुमान है। उत्तरी छोटानागपुर (हजारीबाग) की 25 सीटों में भाजपा गठबंधन को 14 से 17 और जेएमएम गठबंधन को 0-4 सीट मिलने की उम्मीद जताई गई है।
कोल्हान में, जेएमएम को चंपई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने के बाद भारी नुकसान होता दिखाई दे रहा है। सर्वे में कोल्हान क्षेत्र में जेएमएम और उसके सहयोगियों की करारी हार का अनुमान लगाया गया है, जिसमें करीब 14 निर्वाचन क्षेत्र हैं।
वोट शेयर के मामले में भी भाजपा को इंडिया ब्लॉक पर बढ़त मिलने का अनुमान है। कोल्हान क्षेत्र में अकेले भाजपा को 42 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिलने की उम्मीद है, जबकि पलामू क्षेत्र में 47ः से ज़्यादा वोट शेयर मिलने की उम्मीद है।