
बॉलीवुड में आज भले ही स्टार्किड्स का जमाना है, लेकिन पहले जमाने के सभी अभिनेता अपनी मेहनत के दम पर ही स्टार बने थे। उन्हीं में एक थे दिलीप कुमार, जो 1 साल में सबसे ज्यादा हिट फिल्में देने वाले बहुत बड़े स्टार थे।



लेकिन उनका यहां तक का सफर काफी मुश्किल भरा था, जो साल 1930 में शुरू हुआ था। जब दिलीप कुमार 14 साल के हुए तो उन्होंने पुणे की आर्मी कैंटीन के पास फलों का ठेला लगाना शुरू कर दिया।
इसी वक्त में उन्होंने अंग्रेजों की कैंटीन में भी काम किया जहां वह सैंडविच बेचा करते थे। पहले उनका नाम यूसुफ खान था, लेकिन नाम बदलने के बाद उन्हें इंडस्ट्री में दिलीप कुमार के नाम से पहचान मिली और उनकी किस्मत ही चमक उठी थी।
खासतौर पर लड़कियां तो उनके प्यार में पागल थी हीं, बॉलीवुड की कई एक्ट्रेसेज के मन में दिलीप बसते थे। उन्हीं में से एक उनकी पत्नी सायरा बानो भी थीं, यही वजह थी कि वह रोमांस के बादशाह कहलाए थे।
साल 1967 में आई दिलीप कुमार की फिल्म ‘राम और श्याम’ में काफी संघर्ष के बाद मुमताज को काम मिला था। ये वो समय था जब मुमताज के साथ कोई काम नहीं करना चाहता था। लेकिन दिलीप कुमार का साथ पाकर मुमताज की भी किस्मत चमक उठी थी।