नई दिल्ली : हर प्रेम कहानी में एक विलेन जरूर होता है, जब तक वो ना हो मजा नहीं आता। जैसे 40-50 के दशक की मशहूर जोड़ी सुरैया और देवानंद की प्रेम कहानी में विलेन सुरैया की नानी थी।
देवानंद और सुरैया की मुलाकात फिल्म ‘विद्या’ के सेट पर हुई, जिसमें इनकी जोड़ी को खूब प्यार मिला था। इस फिल्म के दौरान ही दोनो को प्यार हो गया था और फिर इन दोनों की जोड़ी ने खूब हिट फिल्में दी।
दोनों में बेइंतहा मोहब्बत होने के बाद भी दोनों की शादी कभी नहीं हो पाई। जब उन दोनों के प्यार की खबर सुरैया की नानी को पता चली तो उन्होंने सुरैया को देवानंद से दूरी बनाने के लिए कहा।
इसके बाद जब वो मिले तो देवानंद ने सगाई के लिए सुरैया अंगूठी दी, लेकिन सुरैया ने अंगूठी लेकर समंदर में फेंक दी। इसके बाद सुरैया ताउम्र कुंवारी रही और कभी शादी नहीं की।
देवानंद और सुरैया की प्रेम कहानी बेहद खूबसूरत थी। लेकिन धर्म अलग होने की वजह से वो कभी शादी नहीं कर पाए और मजहब की दीवार तले एक बार फिर प्यार दफन हो गया। सुरैया को अपने आखिरी वक्त में भी उम्मीद थी कि कम से कम देव आनंद उन्हें एक बार देखने जरूर आएंगे। लेकिन ऐसा हो न सका और वो देवानंद को बिना देखे ही इस दुनिया से विदा हो गईं।