पटना। बिहार में जहरीली शराबकांड की आंच सीवान और छपरा के बाद गोपालगंज तक पहुंच गई है। तीनों जिलों में गुरुवार शाम तक 39 लोगों की मौत हो गई। इनमें सीवान जिले के सर्वाधिक 24, छपरा (सारण) के 14 तो गोपालगंज का एक मृतक शामिल है। इसके अलावा जहरीली शराब से बीमार हुए 32 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। शुरूआती जांच में मिथाइल अल्कोहल यानी मेथनॉल से बनी शराब की वजह से मौतें होने की पुष्टि हुई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को सीवान और सारण जिला जहरीली शराब कांड के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। श्री कुमार ने गुरुवार को सीवान और सारण जिले में हुए जहरीली शराब कांड की उच्चस्तरीय समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव को निर्देश दिया कि वे घटनास्थल पर जाकर पूरी स्थिति की जानकारी लेकर सभी बिन्दुओं पर सघन जांच करें। मुख्यमंत्री ने एडीजी (मद्य निषेध) की पूरी टीम को घटनास्थल पर जाकर उसकी सघन जांच कर इस कांड में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि पूरे घटनाक्रम की अपने स्तर से लगातार मॉनीटरिंग करते रहें और इस घटना के लिये जो भी दोषी हों उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें।
सरकार ने इस मामले में जांच और कार्रवाई तेज कर दी है। अब तक एक शराब माफिया समेत 42 लोगों को पकड़ा गया है। उत्पाद विभाग की टीम प्रभावित इलाकों में छापेमारी में जुटी है।जानकारी के अनुसार जहरीली शराब से मौत का सिलसिला बुधवार की सुबह आठ बजे से शुरू हुआ था। बुधवार की देर रात तक 13 लोगों की मौत हुई। गुरुवार को सीवान में इलाजरत 11 लोगों की जान चली गई। सारण में शराब पीने वाले जिले के एक व्यक्ति की मौत गुरुवार को गोरखपुर में इलाज के दौरान हो गई। हालांकि, सीवान जिला प्रशासन ने 20 और सारण जिला प्रशासन ने 5 लोगों की शराब से मौत की आधिकारिक पुष्टि की है। सीवान के 9 और छपरा के 14 लोगों का अभी विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। पटना स्थित पीएमसीएच में छपरा के जिन 14 लोगों की भर्ती कराया गया है, उनमें से दो की हालत गंभीर है। अधिकतर लोगों में आंखों की रोशनी धुंधली पड़ने की शिकायत है।
इस मामले में सीवान के भगवानपुर थाने में 18 नामजद और अन्य अज्ञात लोगों तथा सारण के मशरक थाने में आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सीवान के शराब माफिया भगवानपुर हाट के बिलासपुर गांव निवासी रजनीकांत समेत 37 से अधिक लोग पकड़े गए हैं। सारण में सात शराब सप्लायरों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें पांच महिला एवं दो पुरुष हैं। करीब 250 स्थानों पर छापेमारी में 14 हजार लीटर शराब जब्त की गई है। मालूम हो कि बिहार में पांच अप्रैल 2016 से शराब की बिक्री और सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध है।
उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के मंत्री रत्नेश सदा ने गुरुवार को कहा कि जहरीली शराबकांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। सभी आरोपियों को चिह्नित कर उन पर सीसीए लगाने की अनुशंसा की जाएगी। जो भी दोषी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
बिहार के डीजीपी आलोक राज ने कहा कि सीवान जिले में अधिक मौतें हुई हैं। सारण का मशरक और सीवान का भगवानपुर प्रखंड सबसे ज्यादा प्रभावित है। पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ में कुछ शराब माफिया के नाम सामने आए हैं। उनकी तलाश की जा रही है।