लंदन: वर्ष 1918 में लंदन से बंबई जाते समय समुद्र में एक पोत के डूबने के बाद उसके मलबे से मिले 10 रुपये के दो दुर्लभ भारतीय नोटों की अगले बुधवार को नीलामी की जाएगी। एसएस शिराला नामक पोत के मलबे से 10 रुपये के दो बैंक नोट बरामद किए गए थे, जिसे दो जुलाई, 1918 को एक जर्मन यू-बोट (पनडुब्बी) द्वारा डुबाया गया था। इन नोट पर 25 मई, 1918 की तारीख अंकित है।
लंदन में नूनन्स मेफेयर नीलामी घर अपनी ‘विश्व बैंकनोट’ बिक्री के तहत इन नोटों को बोली लगाने के लिए पेश करेगा और अनुमान है कि इनकी कीमत 2,000 से 2,600 पाउंड के बीच रहेगी। नूनन्स में मुद्राशास्त्र से जुड़े मामलों की वैश्विक प्रमुख थॉमसिना स्मिथ ने कहा, ‘‘इन नोटों की पूरी खेप के साथ मुरब्बे से लेकर गोला-बारूद तक सामग्री लंदन से बंबई भेजी जा रही थी, जब पोत को एक जर्मन यू-बोट द्वारा डुबा दिया गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कई नोट तैरकर किनारे पर आ गए जिनमें बिना हस्ताक्षर वाले पांच और 10 रुपये के नोट और एक रुपये के हस्ताक्षरित नोट शामिल थे। इनमें से एक रुपये का एक नोट इस नीलामी में भी शामिल है। अधिकांश नोट को बरामद कर लिया गया और बाद में सरकार द्वारा इन्हें नष्ट करा दिया गया और उनके स्थान पर नए नोट छापे गए। लेकिन कुछ नोट निजी लोगों के पास रह गए।’’
स्मिथ ने कहा कि उन्होंने इस तरह के नोट पहले कभी नहीं देखे हैं और ये नोट ‘बैंक ऑफ इंग्लैंड’ द्वारा सोशल मीडिया पर 1918 में जहाज के विध्वंस की घटना का उल्लेख करने के बाद प्रकाश में आए।
उन्होंने कहा कि ये नोट बहुत ही अच्छी स्थिति में हैं और वे निश्चित तौर पर नोट की गड्डी के मध्य में रहे होंगे जिससे वह समुद्री पानी में भीग नहीं पाए।
चौंकाने वाली बात यह भी है कि नोटों पर छपे नंबर दो क्रमागत संख्याएं हैं।
इस नीलामी में ब्रिटिश उपनिवेश के दौरान तत्कालीन भारत सरकार के 100 रुपये के एक दुर्लभ नोट को भी बिक्री के लिए रखा जाएगा और इसके 4,400 से 5,000 पाउंड के बीच बिकने का अनुमान है।
इस नोट के पिछले हिस्से पर बांग्ला और हिंदी समेत कई भारतीय ओं में 100 रुपये मुद्रित है।