
पटना। पूर्णिया में रविवार को राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, दीपांकर भट्टाचार्य व मुकेश सहनी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। एक पत्रकार ने राहुल गांधी से सवाल पूछा। तेजस्वी यादव कह चुके हैं कि अगर अगली सरकार बनेगी देश में तो राहुल गांधी पीएम बनेंगे। वहीं राहुल गांधी ने कहा कि बहुत अच्छे तरीके से एक पार्टनरशिप बनी है। हम सारी की सारी पार्टियां एक साथ जुड़कर काम कर रही हैं। कोई टेंशन नहीं है और म्युचुअल रिस्पेक्ट है। एक-दूसरे की मदद हो रही है तो मजा भी आ रहा है। आइडियोलॉजिकली हम अलाइन्ड हैं। पॉलिटिकली अलाइन्ड हैं। तो बहुत अच्छा रिजल्ट आएगा। मगर, वोट चोरी को रोकना है। पत्रकार ने फिर साफ-साफ पूछा कि तेजस्वी यादव आपको पीएम बनाने की बात करते हैं। क्या कांग्रेस पार्टी उन्हें बिहार का सीएम बनाएगी? राहुल गांधी ने इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया। राहुल गांधी ने यह साफ नहीं किया कि 2025 में इंडिया अलायंस चुनाव जीतेगी तो तेजस्वी यादव सीएम बनेंगे या नहीं।



जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी तेजस्वी यादव को सीएम नहीं बनाएगी। नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी भले ही कांग्रेस के पीछे घूम रहे हैं। लेकिन कांग्रेस उन्हें भाव नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। चुनाव में इसका नुकसान हो सकता है।
तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने से कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कन्नी काटने पर भाजपा ने चुटकी ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने रविवार को प्रेसवार्ता में कटाक्ष करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव बिना किसी शर्त के राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए लालायित है, इसके लिये जनता से समर्थन भी मांग रहे, लेकिन तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने से राहुल गांधी कन्नी काट कर रहे।
बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने भी कहा कि बिहार में जब राहुल गांधी से पूछा गया कि क्या वे तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाएंगे, तो उन्होंने सवाल टाल दिया और इस पर कोई टिप्पणी नहीं की, जबकि तेजस्वी ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में समर्थन दिया… फिर जनता उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री कैसे चुनेगी? यह कांग्रेस और राजद के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर दरार का संकेत है। उन्होंने यह भी कहा कि राजद और महागठबंधन के सर्वेक्षणों से संकेत मिलता है कि तेजस्वी यादव चुनाव जीतने वाले नहीं हैं, इसलिए वे इसके लिए चुनाव आयोग को दोषी ठहराने की तैयारी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में पाकिस्तानियों के भी नाम हैं, अब विपक्ष को जवाब देना चाहिए कि क्या इन लोगों को वोट देने की अनुमति दी जानी चाहिए। बांग्लादेश और पाकिस्तान के नागरिक बिहार का भाग्य तय नहीं कर सकते और अगर रकफ न होते, तो वे वोट देने के योग्य हो जाते।