रांची। झारखंड विधानसभा सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को सदन में रवींद्रनाथ महतो काे लगातार दूसरी बार झारखंड विधानसभा का अध्यक्ष चुन लिया गया। वे निर्विरोध चुने गए। महतो चाैथी बार विधानसभा चुनाव जीतें हैं। उन्होंने इस मिथक को तोड़ दिया कि कोई भी स्पीकर रहते दोबार विधायक नहीं बनता ।झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही विधानसभा अध्यक्ष के चयन के बाद बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। स्पीकर चुने जाने पर मुख्यमंत्री समेत तमाम विधायकों ने रबींद्र नाथ महतो को बधाई दी। स्पीकर ने भी सभी का आभार व्यक्त किया।
आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्पीकर पद के लिए रवींद्रनाथ महतो के नाम का प्रस्ताव रखा। इसका मथुरा महतो ने समर्थन किया। बाद में ध्वनिमत से रवींद्रनाथ महतो को विधानसभा अध्यक्ष चुनने की घाेषणा की गई। विधानसभा क्षेत्र नाला से विधायक रवींद्रनाथ महतो दूसरी बार स्पीकर बने हैं। रवींद्रनाथ महतो विधानसभा चुनाव में चौथी बार जीते हैं। महताे ने स्पीकर बनते ही इस मिथक को तोड़ दिया, कि कोई भी स्पीकर रहते दोबारा विधायक नहीं बनता। सिर्फ सीपी सिंह ने ही स्पीकर रहते दोबारा जीत हासिल की थी, लेकिन रवींद्र नाथ महतो दोबारा स्पीकर बन गये।
इससे पूर्व सोमवार को रवींद्रनाथ महतो ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए सात सेटों में नामांकन दाखिल किया था। पहले सेट में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रस्तावक और मथुरा प्रसाद महतो समर्थक बने थे। दूसरे में राधा कृष्ण किशोर प्रस्तावक और रामेश्वर उरांव समर्थक, तीसरे में सुरेश पासवान प्रस्तावक और नरेश सिंह समर्थक, चौथे में अरुप चटर्जी प्रस्तावक और चंद्र देव महतो समर्थक, पांचवें में बाबूलाल मरांडी प्रस्तावक और सीपी सिंह समर्थक, छठे में सरयू राय प्रस्तावक और जनार्दन पासवान समर्थक, सातवें में जयराम महतो प्रस्तावक और निर्मल महतो समर्थक के रूप में हस्ताक्षर किए थे।
उल्लेखनीय है कि रवींद्रनाथ महतो सबसे पहले नाला सीट से वर्ष 2005 में जीत हासिल की थी। इसके बाद वर्ष 2009 में विधानसभा चुनाव में रवींद्रनाथ महतो को हार का सामना करना पड़ा था। वहीं 2014, 2019 और 2024 में रवींद्रनाथ महतो ने विधानसभा चुनाव में लगातार जीत हासिल की है।