
पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गया में बिहार को कई प्रमुख सौगात देंगे। इसमें दो बेहद खास हैं, पहला, देश का सबसे चौड़ा पहला छह लेन पुल शामिल है। यह पुल औटा (मोकामा) से सिमरिया (बेगूसराय) के बीच बना एक्सपैंशन केबल तकनीक से बना हुआ है। दूसरा, बुद्ध सर्किट से जुड़े स्थलों को जोड़ने वाली एक ट्रेन को प्रधानमंत्री हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन वैशाली से चलकर नालंदा, राजगीर, गयाजी होते हुए कोडरमा (झारखंड) तक जाएगी। बिहार और झारखंड में मौजूद बुद्ध से जुड़े सभी स्थलों को यह ट्रेन एक साथ जोड़ेगी।



बिहार के बेगूसराय जिले के प्रसिद्ध तीर्थस्थल सिमरिया धाम से शुरू होने वाला पुल पुराने दो लेन रेल सह सड़क पुल राजेंद्र सेतु के समानांतर बनाया गया है। सिमरिया धाम प्रसिद्ध कवि रामधारी सिंह दिनकर का जन्मस्थान भी है। छह लेन के नए पुल की चौड़ाई 34 मीटर है। आमतौर पर छह लेन के पुल की चौड़ाई 29.5 मीटर होती है, लेकिन सिमरिया पुल की चौड़ाई (डेक) 34 मीटर है। देश में मौजूद अन्य छह लेन पुलों की तुलना में यह साढ़े चार मीटर अधिक चौड़ा है। इससे अधिक संख्या में वाहनों की आवाजाही बेहद सुगमता से हो सकेगी। इसके निर्माण पर 1871 करोड़ रुपये का खर्च आया है। एप्रोच समेत इस पुल की कुल लंबाई 8.150 किमी है। गंगा नदी पर इसकी लंबाई 1.86 किमी है।
पुल पर आवागमन शुरू होते ही उत्तर से दक्षिण बिहार के बीच 100 किमी की दूरी कम हो जाएगी। साथ ही पश्चिम बंगाल, झारखंड और असम से भी आवागमन की दूरी कम हो जाएगी और आना-जाना आसान हो जाएगा। बिहार में यह पुल है, जिसे हैम (हाईब्रिड एन्यूटी मॉडल) मोड में बनाया गया है। इस मोड में निर्माण एजेंसी को 60 फीसदी राशि खर्च करनी पड़ती है। जबकि सरकार सिर्फ 40 फीसदी राशि खर्च करती है। टोल टैक्स के माध्यम से एजेंसी अपनी लागत वसूल करती है। इस मोड पर इस प्रोजेक्ट के सफल होने के बाद राज्य के सड़क एवं पुल के अन्य प्रोजेक्ट भी इसी मोड पर बनाने का रास्ता खुल गया है।
पीएम नरेंद्र मोदी बिहार-झारखंड के बुद्ध सर्किट में शामिल सभी स्थानों को जोड़ने वाली एक जोड़ी ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन वैशाली रेलवे स्टेशन से शुरू होगी और झारखंड के कोडरमा तक जाएगी। यह ट्रेन हाजीपुर, सोनपुर, पटना, फतुहा, बख्तियारपुर, बिहारशरीफ, नालंदा, राजगीर, तिलैया, गया, गुरपा और कोडरमा जंक्शन तक जाएगी। वैशाली स्टेशन से यह ट्रेन सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर चलेगी और दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर कोडरमा पहुंचेगी। वापसी में यही ट्रेन शाम 4 बजकर 45 मिनट पर चलकर मध्य रात्रि 2 बजकर 45 मिनट पर बजे वैशाली पहुंचेगी।
मगध विश्वविद्यालय, बोधगया में होने वाले बड़े कार्यक्रम में पीएम मोदी रेलवे, सड़क और उच्च शिक्षा से जुड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस मौके पर पीएम मोदी दो ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे। इनमें पहली गया-नई दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस है, जो हफ्ते में दो दिन चलेगी और बिहार-राजधानी के बीच सफर को आसान बनाएगी। दूसरी ट्रेन वैशाली से कोडरमा तक बुद्धिस्ट सर्किट ट्रेन होगी, जो पर्यटन और धार्मिक स्थलों से जुड़ाव को बढ़ाएगी।
बिहार विजिट को लेकर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा- “मैं गया आने के लिए उत्सुक हूं, जहां 13,000 करोड़ रुपए से अधिक के कार्यों का उद्घाटन या शिलान्यास किया जाएगा। इन परियोजनाओं में एनएच-31 के बख्तियारपुर से मोकामा खंड तक चार लेन, बक्सर थर्मल पावर प्लांट, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और सीवरेज नेटवर्क शामिल हैं।”