नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21-22 मार्च को पड़ोसी देश भूटान की राजकीय यात्रा करेंगे और इस दौरान वह भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और उनके पिता जिग्मे सिंग्ये वांगचुक (भूटान के पूर्व नरेश) से मुलाकात करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बुधवार को एक बयान में यह जानकारी दी। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि भारत और भूटान ‘एक अनूठी और स्थायी साझेदारी साझा करते हैं, जो आपसी विश्वास, समझ और सद्भावना में निहित है’। बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी 21 से 22 मार्च तक भूटान का राजकीय दौरा करेंगे।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, ”प्रधानमंत्री मोदा का यह दौरा भारत और भूटान के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा और सरकार की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति पर जोर देने के अनुरूप है।”
बयान में बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी अपने दौरे के दौरान भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और उनके पिता जिग्मे सिंग्ये वांगचुक (भूटान के पूर्व नरेश) से मुलाकात करेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि मोदी भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे से भी मुलाकात करेंगे।
बयान के मुताबिक, यह दौरा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मामलों पर विचारों के आदान-प्रदान और दोनों देशों के लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए हमारी साझेदारी को आगे ले जाने और उसे मजबूत बनाने के तरीकों पर विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान करेगा।