प्रयागराज । जिला प्रयागराज देश दुनिया से पधारने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत हेतु तैयार है। गली, चौराहों पर महाकुंभ की रौनक दिखने लगी है। दीवारों में भी संस्कृति के रंग भरे जा रहे हैं। भारत की सभ्यता को चित्रों के माध्यम से उकेरा जा रहा है। ऐसे ही कुछ चितेरों से आईएएनएस ने बात की।
कलाकार राकेश कुमार ने आईएएनएस से कहा, “हम लोग यहां के सौंदर्य को रंगों के जरिए उकेर रहे हैं। घाट कैसे हैं ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। जो कला लगभग भुला दी गई है उसे जीवित करने का प्रयास कर रहे हैं। हम यह इसलिए भी कर रहे हैं, ताकि जो लोग बाहर से आएं उन्हें देखकर अच्छा लगे और खूबसूरत यादों संग लौटें । हम इन चित्रों के माध्यम से अपनी सभ्यता और संस्कृति को दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। घाटों के अलावा मंदिरों की आकृति भी खींच रहे हैं। मधुबनी पेटिंग भी दीवारों की शोभा बढ़ा रही है।”
कृष्ण कुमार कहते हैं, “महाकुंभ को देखते हुए हम लोग इस तरह की मनोरम पेटिंग बना रहे हैं, ताकि यहां आने वाले लोगों को इसे देखकर अच्छा लगे। हम लोग यह पेटिंग इसलिए भी बना रहे हैं, ताकि प्रयागराज दमक उठे। हम लोग सबसे ज्यादा मधुबनी पेटिंग बना रहे हैं, क्योंकि ऐसा देखने को मिल रहा है कि लोग मधुबनी पेटिंग को बहुत ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा, इसमें कुंभ और भारतीय संस्कृति की भव्यता की भी झलक है ।”
प्रयागराज की सैर पर आए कुलदीप सिंह ने बताया, “मैं कानपुर से आया हूं। मुझे ये सब कुछ देखकर अच्छा लग रहा है। इस बार का कुंभ काफी स्पेशल होने जा रहा है। मुझे यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है कि यहां दीवारें मनोरम आकृतियों से पटी पड़ी हैं। इस बार का कुंभ बहुत ही अच्छा होगा। प्रशासन भी काफी सहयोग करता नजर आ रहा है।”
बता दें कि 13 जनवरी से मेला शुरू हो रहा है। इस बार महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में हो रहा है। यह 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक चलेगा।