नयी दिल्ली । पीएम मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 115वें एपिसोड के दौरान बोलते हुए कहा, सरकार ने इन महान हस्तियों की 150वीं जयंती राष्ट्रीय स्तर पर मनाने का फैसला किया है। मैं आप सभी से इस अभियान का हिस्सा बनने का आग्रह करूंगा। पीएम मोदी ने आगे कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल और बिरसा मुंडा दोनों ही महान व्यक्ति थे, जिनके सामने अलग-अलग चुनौतियाँ थीं, लेकिन उनका दृष्टिकोण एक जैसा था
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत ने हर युग में कुछ चुनौतियों का सामना किया है। आज मन की बात में मैं ऐसे दो महानायकों की चर्चा करूंगा, जिनमें साहस और दूरदर्शिता थी। देश ने उनकी 150वीं जयंती मनाने का फैसला किया है। सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्ष 31 अक्टूबर से शुरू होगा। इसके बाद 15 नवंबर से भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष शुरू होगा। इन दोनों महापुरुषों के सामने चुनौतियां अलग-अलग थीं, लेकिन उनका विजन एक ही था, ‘देश की एकता’। उन्होंने पिछले साल बिरसा मुंडा की जयंती पर झारखंड के उलिहातु गांव की अपनी यात्रा को भी याद किया, जो बिरसा मुंडा की जन्मस्थली है। उन्होंने कहा, अगर आप मुझसे पूछें कि मेरे जीवन के सबसे यादगार पल कौन से हैं, तो मुझे कई घटनाएं याद हैं, लेकिन एक पल ऐसा है जो बहुत खास है। वह पल तब था, जब पिछले साल 15 नवंबर को मैं भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर झारखंड के उलिहातु गांव गया था। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने झारखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को सुना और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी रायपुर में प्रधानमंत्री मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को सुना।