
तियानजिन (चीन)। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चीन के तियानजिन में अपनी द्विपक्षीय बैठक के लिए एक ही कार में सफर करते हुए पहुंचे। इस क्षण ने भारत और रूस के बीच मजबूत होती दोस्ती और आपसी विश्वास का प्रतीकात्मक संदेश दिया।



बैठक से पहले दोनों नेताओं का यह संयुक्त सफर कूटनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया। माना जा रहा है कि यह भारत-रूस के गहरे रिश्तों और भविष्य की साझेदारी का संकेत है।
SCO समिट के इतर होने वाली इस द्विपक्षीय वार्ता में ऊर्जा सहयोग, रक्षा समझौते, व्यापारिक संबंध और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत होने की संभावना है।
इससे पहले भी मोदी और पुतिन की मुलाकातों को “सच्ची दोस्ती” की मिसाल कहा जाता रहा है। अब तियानजिन में उनका एक साथ कार में पहुँचना दोनों देशों की साझेदारी को और मजबूत करने वाला संकेत माना जा रहा है।