
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को कहा कि लश्करे लूट की लम्पट छूट पर सर्जिकल स्ट्राइक है वक्फ संशोधन एक्ट।” नकवी ने आज यहां पत्रकारों द्वारा वक़्फ पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि ‘चोट लश्करे तबाही पर चीख लश्करे तुष्टीकरण’ की निकल रही है, जिनके लूट लाइसेंस की नाकेबंदी पर लूटसाहबों की लामबंदी इस बात का प्रमाण है कि वक़्फ सिस्टम की दाल में काला नहीं था बल्कि पूरी दाल ही काली हो गई थी। इस गन्दगी की सफाई में मुल्क और मज़हब की भलाई है।




नकवी ने कहा कि वक्फ सुधार कानून, आस्था के संरक्षण और व्यवस्था के सुधार का है, ये कानून किसी मजहब का नहीं मुल्क का है, इससे ना धर्म को नुकसान है ना धार्मिक स्थल को। नकवी ने कहा कि कुछ लोग भय-भ्रम के भंवरजाल से सीधे-साधे लोगों के कंधों पर बंदूक और कम्युनल कांस्प्रेसी का संदूक ले कर घूम रहें हैं। ऐसे भ्रम के गटर में भरोसे का शटर लगा कर साजिशी सिंडिकेट के साम्प्रदायिक संक्रमण का सफ़ाया करना होगा।
नकवी ने कहा,“वक्फ सुधार कानून लूट की लंका में कानून का डंका, वक्फ सिस्टम के कन्फ्यूजन, कंट्राडिक्शन, कनफ्लिक्ट को करेक्ट कर, सुधार और सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त करेगा।” नकवी ने कहा कि वक्फ संशोधन पर बहस के दौरान संसद में तर्कों, तथ्यों की कंगाली से जूझ रहे लोग सड़क पर मवाली जैसे व्यवहार में जुटकर, संवैधानिक सुधार पर सांप्रदायिक वार कर रहे हैं।