बोकारो। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कोयला कारोबारी की हत्या करने पहुंचे लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग के चार शूटर पुलिस के हत्थे चढ़ गए। गिरफ्तार अपराधियों में झारखंड के बोकारो जिले के चास थाना क्षेत्र निवासी रोहित स्वर्णकार, राजस्थान के पाली जिला के सियारी थाना क्षेत्र के सारन निवासी मुकेश कुमार, देवेन्द्र सिंह और पप्पू सिंह उर्फ पप्पू का नाम शामिल हैं।
बोकारो पुलिस के अनुसार छत्तीसगढ़ के अलावा झारखंड में भी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना थी। गिरफ्तार शूटर किसी कारोबारी को जान से मारने की सुपारी मिली थी। पुलिस ने रविवार को बताया कि योजना के मुताबिक अमन साहू गैंग को संचालित करने वाले मयंक सिंह ने बोकारो निवासी रोहित स्वर्णकार को इंदौर के सेंधवा से गैंग से जुड़े लोगों के माध्यम से एक पिस्टल और एक मैग्जीन उपलब्ध कराया।
मयंक सिंह ने पप्पू सिंह को वारदात को अंजाम देने के लिये एक बाइक राइडर की व्यवस्था करने के लिए कहा। इसके बाद मुकेश कुमार भाट और देवेन्द्र सिंह को वारदात के वक्त बाइक राइड़िंग के लिये रायपुर रवाना किया गया। रोहित स्वर्णकार इंदौर के सेंधवा से पिस्टल लेकर उज्जैन में महाकाल के दर्शन कर ट्रेन के माध्यम से रायपुर पहुंचा। मुकेश और देवेन्द्र बस के माध्यम से रायपुर पहुंचे। रायपुर पुलिस के जवान इन्हें चिह्नित करने के लिए सादे लिबास में शहर के संभावित स्थलों पर तैनात किये गये। करीब 72 घंटे के गोपनीय आॅपरेशन में रोहित स्वर्णकार को एक पिस्टल और एक मैगजीन के साथ पकड़ा गया। इसकी निशानदेही पर अन्य आरोपित को पकड़ा गया।
अपराधियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि पूरी योजना को मयंक सिंह के कहने पर पप्पू सिंह के साथ मिलकर बनायी गई थी। शूटर और राईडर को एक-दूसरे से अपनी पहचान छिपाने तथा किसी तकनीकी संपर्क में न रहने और अपने-अपने माध्यमों से एप के माध्यम से नेट कॉलिंग से ही संपर्क में रहने की हिदायत थी। पुलिस से बचने के लिये मयंक ने रोहित को 29-29 कोड यूज करने और पप्पू ने मुकेश को राम-राम और जय माता दी कोड यूज करने निर्देशित किया गया था। टॉरगेट रायपुर पहुंचने पर ही उपर से बताया जाता।
वर्तमान में अमन साहू के गैंग को मयंक सिंह मलेशिया में बैठकर आॅपरेट कर रहा है। पकड़े गये शूटर्स अमन साहू और लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर टार्गेट को अंजाम देते थे। रोहित स्वर्णकार पर बोकारो के चास और पेटरवार थाना में तीन मामले दर्ज है। मुकेश कुमार, पप्पू सिंह और देवेन्द्र सिंह के भी आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी पुलिस को मिली है।