
कोडरमा। कोडरमा पुलिस ने घाटी में 80 लाख का सोना लूट मामले का खुलासा करते हुए लूटे गए सोना को बरामद कर इस कांड में शामिल पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया। मामले में शामिल रजौली बिहार निवासी अमन कुमार (21), सोनु कुमार ( 23), नितीश कुमार ( 26 ), मो. कासिम (26 ) टिंकू कुमार (30) को गिरफ्तार किया गया। घटना को अंजाम देने के लिए प्रयुक्त किए गये एक सफेद रंग की अर्टिगा कार, एक सफेद रंग की महिंद्रा एक्सयूवी कार को जब्त किया गया है। इधर पकड़ाये गए व्यक्तियो की जब बारी-बारी से तलाशी ली गई तो मो. कासीम उर्फ गोरे के पास से 673.7 ग्राम वजन के सोने का बिस्किट (करीब 70 लाख) को बरामद किया गया।



कोडरमा एसपी अनुदीप सिंह ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि कोडरमा थाना क्षेत्र के रांची-पटना रोड स्थित कोडरमा घाटी में बीते 15 जून को बिहार के एक व्यक्ति से लगभग 80 लाख रुपए के सोना लूट का मामले हुआ था। उन्होंने बताया कि सारण (बिहार) के रहने वाले दीपक गुप्ता नामक एक व्यक्ति जो 15 जून को कोलकाता से लगभग 800 ग्राम सोना लेकर जा अपने घर बिहार जा रहे थे।
इसी बीच कोडरमा घाटी में उनकी गाड़ी खराब हो गई और कुछ अपराधियों की ओर से उनके सोने जिसकी कीमत लगभग 80 लाख रुपए थे उसे लूट कर ले भागे। इसके पश्चात कोडरमा थाना में उनके ओर से दिए गए आवेदन के आलोक में मामला दर्ज किया गया। एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया।
इसके बाद झारखंड और बिहार के अलग-अलग जगहों पर पुलिस की ओर से छापेमारी शुरू कर दी गई। इसी क्रम में झारखंड एवं बिहार के सीमा क्षेत्र अंतर्गत कोडरमा घाटी, रतनपुर मोड के पास से भाग रहें एक संदिग्ध वाहन (बीआर 27यू 9580) का छापेमारी दल की ओर से पीछा कर वाहन को रोका गया। इसके बाद उक्त वाहन में सवार व्यक्तियो को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ किया गया। पूछताछ के दौरान पकड़ाये एक आरोपित नितीश कुमार ने बताया गया कि 15 जून को वे अपने भतीजे विक्रम कुमार तथा भांजे सोनु कुमार उर्फ सौरभ कुमार को कोडरमा रेलवे स्टेशन लेने आया था। वापस अपने घर रजौली जाने के क्रम में कोडरमा घाटी में उक्त बच्चों को उल्टी होने लगा। इसको लेकर उसने अपनी गाड़ी को घाटी में रोका। जहां उसने देखा कि वहां पर पहले से एक खराब गाड़ी पड़ी हुई थी और उसमें सवार लोग गाड़ी ठीक करने का प्रयास कर रहे थे। इसी बीच नितीश के भांजे का मोबाईल वहां पर गिर गया। खोजबीन के क्रम में उसे दीपक गुप्ता की गाड़ी में सोने के बिस्किट होने की जानकारी मिली। यह देख उसके मन मे लालच आ गया और इसकी जानकारी उसने अपने सहयोगी मो. कासीम उर्फ गोरे, सोनू कुमार तथा अमन कुमार को दिया। इसके बााद सोने को लूटने की साजिश रच डाली। सूचना के बाद सभी लोग वहां पहुंचे और दीपक गुप्ता के साथ मारपीट की और सोने को लूट कर वहां से फरार हो गए।
मौके पर एसडीपीओ अनिल कुमार, प्रशिक्षु डीएसपी दिवाकर कुमार, कोडरमा थाना प्रभारी विकास पासवान, एसआई प्रेम कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।
टीम के सभी लोगों को किया गया पुरस्कृत : एसपी अनुदीप सिंह ने घटना के महज 48 घंटे के अंदर उद्वेदन और गिरफ्तारी को लेकर टीम में शामिल सभी लोगों को पुरस्कृत करने की घोषणा की। अधिकारियों को 2000 सशस्त्र बलों को 1000 देने की घोषणा की।