
रांची। दो अंगरक्षकों से मारपीट और गाली गलौज मामले में पूर्व मंत्री कृष्णानंद त्रिपाठी के खिलाफ बुधवार को सदर थाना में एससी-एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में जीरो एफआइआर दर्ज की गयी है। थाना के प्रभारी ज्योतिलाल रजवार ने इसकी पुष्टि की है। साथ ही डीजीपी, पलामू के जोनल आइजी, रेंज के डीआइजी और एसपी से कार्रवाई का आग्रह किया गया है।



झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन की टीम बुधवार को पलामू पहुंची और दोनों बॉडीगार्ड से बातचीत की। बाद में प्राथमिकी दर्ज करायी गई। एसोसिएशन की ओर से कहा गया कि आरोपी को बचाने वालों के खिलाफ भी झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन आंदोलन करेगा। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कर्ण कुमार सिंह ने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर कहा है कि दो सितंबर को पूर्व मंत्री ने अपने प्रतिनियुक्त अंगरक्षक आरक्षी-632 रवीन्द्र रिखियासन और आरक्षी-592 गोपाल सिंह के साथ न सिर्फ गाली-गलौज की, बल्कि मारपीट भी की।
पत्र में कहा गया है कि पूर्व मंत्री ने बीच सड़क पर गाड़ी रोककर दोनों अंगरक्षकों से अभद्र व्यवहार किया और वदीर्धारी जवानों को जबरन छोड़कर जाने पर विवश किया। यह घटना उनके साथ सुरक्षा ड्यूटी में लगे पुलिसकर्मियों की गरिमा और मनोबल को ठेस पहुंचाने वाली है। एसोसिएशन ने कहा है कि यह मामला न केवल अमानवीय है, बल्कि पूरे पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़ा करता है। पत्र में पूर्व मंत्री के खिलाफ विधिसम्मत कानूनी कार्रवाई किए जाने और प्राथमिकी दर्ज कराने की अनुशंसा की गई है। एसोसिएशन ने साफ किया है कि सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवानों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाना जरूरी है।