
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों खासतौर पर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए रविवार को कहा कि जब से वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित हुआ और कार्रवाई हो रही है तभी से इसके खिलाफ हिंसा भड़काई जा रही है।




रविवार को यहां राज्य की राजधानी लखनऊ में भागीदारी भवन में भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर सम्मान अभियान की प्रदेश कार्यशाला की शुरुआत करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘आश्चर्य होता है कि यह वही देश है जिसमें वक्फ के नाम पर लाखों एकड़ जमीन कब्जा ली गयी है। उनके (कब्जा करने वालों के) पास कोई कागज नहीं, कोई राजस्व का रिकॉर्ड नहीं है और जब से (वक्फ) संशोधन विधेयक पारित हुआ और कार्रवाई हो रही है तो इसके लिए हिंसा भड़काई जा रही है।”
योगी ने कहा, ‘‘पश्चिमी बंगाल के मुर्शिदाबाद में तीन हिंदुओं की उनके घरों से खींचकर हत्या कर दी गयी। ये सब कौन हैं, ये वही दलित, वंचित और गरीब हैं जिसको इस जमीन का सर्वाधिक लाभ मिलने वाला है।” पिछले सप्ताह संसद द्वारा पारित वक्फ (संशोधन) अधिनियम मंगलवार से लागू हो गया। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया, ‘‘वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 की धारा 1 की उप-धारा (2) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए केंद्र सरकार ने आठ अप्रैल 2025 से उक्त अधिनियम के प्रावधान लागू किए हैं।”
लोकसभा और राज्यसभा ने क्रमशः तीन अप्रैल और चार अप्रैल की मध्य रात्रि के बाद वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पांच अप्रैल को इसे अपनी मंजूरी दे दी थी। वक्फ (संशोधन) विधेयक आने के बाद से ही तमाम मुस्लिम संगठन समेत विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं।
बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती से एक दिन पहले उनकी याद में शुरू किए गए अभियान की विस्तार से जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जब तक हम सही तथ्य जनता जनार्दन के सामने नहीं रखेंगे तो जो लोग गुमराह करके अपना राजनीतिक उल्लू सीधा करते रहेंगे और वे लोग इसी प्रकार गुमराह करके, देश में अव्यवस्था पैदा करके दलितों, वंचितों का शोषण करते रहेंगे।” उन्होंने कहा, ‘‘वे दलितों, गरीबों और वंचितों को उनके अधिकारों से वंचित करते रहेंगे। इसलिए कार्ययोजना के साथ भाजपा की कार्यशाला यहां आयोजित हो रही है।”
योगी ने कहा, ‘‘बाबा साहेब आंबेडकर की जहां कहीं भी प्रतिमा है, उनके नाम पर पार्क है, वहां आज भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और सरकार के अधिकारीगण स्वच्छता के विशेष कार्यक्रम से जुड़ रहे हैं।” कांग्रेस पर आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘पहले उन्होंने (जाहिर तौर पर कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए) बाबासाहेब आंबेडकर को चुनाव हारने पर मजबूर किया। उनके महापरिनिर्वाण के बाद, उन्होंने दिल्ली में उनका अंतिम संस्कार नहीं होने दिया। कांग्रेस ने उनका स्मारक भी नहीं बनने दिया।”
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने (कांग्रेस ने) 1976 में संविधान में संशोधन किया और एक ऐसा शब्द जोड़ा, जिसके खिलाफ बाबासाहेब ने खुद तर्क दिए थे।” आंबेडकर ने छह दिसंबर 1956 को दिल्ली में अपने घर में अंतिम सांस ली थी और उनका अंतिम संस्कार बौद्ध परंपराओं के अनुसार किया गया था। उनका अंतिम संस्कार महाराष्ट्र के मुंबई शहर में चैत्य भूमि पर हुआ था। मौजूदा केंद्र सरकार की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं कि पिछले 10 वर्ष में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शासन की योजना का लाभ हर वंचित, हर दलित, हर गरीब, हर महिला, हर अन्नदाता किसान को पहुंचाने का काम भाजपा की सरकारों ने किया।”