पटना। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और बिहार सरकार में उर्जा विभाग के पूर्व सचिव व बिजली कंपनी के प्रबंध निदेशक संजीव हंस और गुलाब यादव प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई लगातार जारी है। अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने हंस-गुलाब प्रकरण में कोलकाता के एक कारोबारी पुष्पराज को गिरफ्तार किया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने संजीव हंस और गुलाब यादव पर दर्ज मनी लांड्रिंग एक्ट मामले में यह पांचवी गिरफ्ताारी की है। इससे पूर्व ईडी ने हंस, गुलाब के साथ ही प्रवीण चौधरी और शदाब अहमद नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। फिलहाल चारों जेल में हैं और ईडी पूछताछ के लिए इन्हें रिमांड पर लेने के प्रयास में है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मूल रूप से कोलकाता के रहने वाले पुष्पराज संजीव और गुलाब के साथ मिलकर काम करता था। पुष्पराज के ठिकानों पर 12 सितंबर को ईडी ने छापा भी मारा था। पुष्पराज के साथ ही ही दिल्ली में विपुल बंसल और एसके खान के ठिकानों पर छापा मारा था।
उक्त छापामारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने 90 लाख रुपये नकद के अलावा 13 किलो चांदी, दो किलो सोना व अन्य दस्तावेज बरामद किए थे। छापामारी के बाद से यह कयास लगाए जा रहे थे कि इन तीनों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। करीब महीने भर बाद ईडी ने पुष्पराज को गिरफ्तार कर लिया। अब जल्द ही पुष्पराज को विशेष न्यायालय में पेश किया जाएगा।