साहिबगंज। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने साहिबगंज के भोगनाडी से चुनाव झारखंड विधानसभा शंखानाद किया। शाह शुक्रवार को साहिबगंज जिले के भोगनाडीह में भाजपा के परिवर्तन रथ को हरी झंडी दिखाने के बाद साहिबगंज पहुंचे। यहां पुलिस लाइन मैदान में विशाल परिवर्तन सभा को संबोधित किया।
इस अवसर पर उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार से कई तीखे सवाल पूछे और लोगों से अपील की कि वे आगामी चुनाव में भाजपा की सरकार बनाएं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि झारखंड से एक-एक बांग्लादेशी घुसपैठिये के चुन-चुनकर निकालेंगे। उन्होंने कहा कि यह काम सिर्फ भाजपा की सरकार कर सकती है।
जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संथाल की भूमि पर आना मेरा सौभाग्य है। मां गंगा की धरती पर परिवर्तन यात्रा की शुरूआत हुई है। 2024 के विस चुनाव का आगाज करता हूं। अब भ्रष्टाचार करने वाली सरकार का परिवर्तन करना है। आदिवासी का हक छीनने वालों का परिवर्तन करना है। झारखंड की सरकार घुसपैठियों का कल्याण करना चाहती है।
शाह ने कहा कि आपलोग पांच साल के लिए झारखंड में भाजपा की सरकार बनाएं। हमारी सरकार संताल परगना में घुसपैठ करने वाले बांग्लादेशियों को उल्टा लटकाकर सीधा कर देगी। शाह ने पूछा कि हेमंत सोरेन ने वादा किया था कि हर साल पांच लाख युवाओं को रोजगार देंगे। लोगों को नौकरी मिली क्या। उन्होंने कहा कि नौकरी देने की बजाय हेमंत सोरेन की सरकार युवाओं को दौड़ा रही है। ऐसा दौड़ा रहे हैं कि युवा दौड़ते-दौड़ते मर जाएं।
पैसे लेकर बांटी जा रहीं नौकरियां : अमित शाह ने कहा कि झारखंड में एक के बाद एक पेपर लीक हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पैसे लेकर नौकरियां बांटी जा रहीं हैं। गरीब, युवा आदिवासी को नौकरी नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि चुनावों में युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया, महिलाओं को 2500 रुपये पेंशन का वादा किया, नवविवाहित बहनों को सोने का सिक्का देने का वादा किया, सरकार बनने के बाद सारे वादे भुला दिये। उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले जनता से बड़े-बड़े वादे करने वाली इस सरकार ने झारखंड को सिर्फ भ्रष्टाचार दिया। एक हजार करोड़ का खनन घोटाल किया, सेना की जमीन खा गए। इस सरकार ने झारखंड को भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं दिया।
घुसपैठियों की मदद करने वाली सरकार : अमित शाह ने हेमंत सोरेन की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठियों की मदद करने वाली सरकार है। दूसरी ओर भाजपा है, जो आदिवासियों की चिंता करने वाली पार्टी है। झारखंड में 37 आदिवासी बहनों का बलात्कार हुआ। साहिबगंज और दुमका की बेटी की हत्या कर दी गई, लेकिन यह सरकार कुछ नहीं बोलती। शाह ने कहा कि जेएमएम और कांग्रेस आदिवासी कल्याण की बात करती है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की केंद्र में सरकार थी, तो उसने आदिवासी कल्याण के लिए 20 हजार करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया था। वर्ष 2013-14 में. केंद्र में मोदी की सरकार बनने के बाद अब उसी विभाग का बजट 1.20 लाख करोड़ रुपये हो गया है। मोदी की सरकार ने आदिवासियों के लिए डीएमएफटी फंड दिया। 63,000 गांवों के विकास के लिए 50 हजार करोड़ रुपए खर्च करने की व्यवस्था की है।
शाह ने कहा कि मैं कहकर जाता हूं कि हमारा घोषणा पत्र आएगा। हम 75 साल से ज्यादा आयु के गरीब परिवारों को 10 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की व्यवस्था करेंगे। आपके धान को उचित दाम पर खरीदेंगे। गांवों को सड़क, एंबुलेंस, अस्पताल और डॉक्टर की सुविधा मिलेगी। शाह ने कहा कि झारखंड की रचना भाजपा के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की लेकिन हेमंत सोरेन की सरकार ने जन-कल्याण की जगह घुसपैठिया कल्याण अपनाया है। आज पाकुड़ जिले में हिंदुओं और आदिवासी झारखंड छोड़ो जैसे नारे लगते हैं। आदिवासियों की इस भूमि को केवल और केवल नरेन्द्र मोदी और भाजपा बचा सकते हैं।