रांची : झारखंड के बड़कागांव से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद कथित धनशोधन से जुड़े एक मामले में पूछताछ के लिए सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुईं।
अंबा प्रसाद दोपहर करीब ढाई बजे एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी के दफ्तर पहुंची। उन्हें धनशोधन रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए चार अप्रैल को पेश होने को कहा गया था। लेकिन प्रसाद स्वास्थ्य मुद्दों का हवाला देकर पेश नहीं हुईं।
उनके पिता और पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने चार अप्रैल को पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि प्रसाद ने ईडी से स्वास्थ्य के आधार पर समय मांगा है। साव कथित रंगदारी एवं जमीन हड़पने के मामलों की जांच के सिलसिले में तीन और चार अप्रैल को ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए थे।
ईडी के समन के बारे में प्रसाद ने कहा, ‘‘ यह कोई पहली बार नहीं है। मैं बचपन से ही चुनौतियों का सामना कर रही हूं। मेरा जीवन संघर्षमय रहा है लेकिन मैं एक चीज में विश्वास करती हूं कि आखिरी में सच्चाई जीतेगी।’’
प्रवर्तन निदेशालय ने कथित रंगदारी, लेवी वसूली, अवैध बालू खनन और जमीन हड़पने के मामले की अपनी जांच के सिलसिले में मार्च में प्रसाद, उनके पिता एवं पूर्व मंत्री योगेंद्र साव एवं अन्य के परिसरों पर छापा मारा था।
ईडी ने कहा था, ‘‘ बिना किसी लेखा जोखा के 35 लाख रुपये की नकदी, डिजिटल उपकरण, सर्किल कार्यालय, बैंक आदि के फर्जी स्टैंप, तथा हस्तलिखित रसीद/ डायरी के रूप मंम अभियोजन योग्य दस्तावेज जब्त किये गये थे।’’ उसने कहा था कि छापे के दौरान झारखंड में अवैध खनन के रिकार्ड भी जब्त किये गये थे।