नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आखिरकार यूपी में लोकसभा चुनाव के लिए रायबरेली सीट से नामांकन दाखिल कर दिया। नामांकन के बाद राहुल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रायबरेली से नामांकन को लेकर अपने दिल की बात रखी। राहुल ने इस दौरान सोनिया गांधी के भरोसे के उन पर भरोसे और रायबरेली को कर्मभूमि के रूप में जिक्र किया। राहुल ने इस दौरान एक बार फिर संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई का जिक्र किया। राहुल के नामांकन के बाद बहन प्रियंका गांधी ने भी रायबरेली से गांधी परिवार के आधी सदी के सफर का जिक्र किया।
राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा कि रायबरेली से नामांकन मेरे लिए भावुक पल था! मेरी मां ने मुझे बड़े भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है और उसकी सेवा का मौका दिया है। अमेठी और रायबरेली मेरे लिए अलग-अलग नहीं हैं, दोनों ही मेरा परिवार हैं और मुझे खुशी है कि 40 वर्षों से क्षेत्र की सेवा कर रहे किशोरी लाल जी अमेठी से पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। अन्याय के खिलाफ चल रही न्याय की जंग में, मैं मेरे अपनों की मोहब्बत और उनका आशीर्वाद मांगता हूं। मुझे विश्वास है कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की इस लड़ाई में आप सभी मेरे साथ खड़े हैं।
आधी सदी से अटूट रिश्ता : प्रियंका ने भी ट्वीट कर राहुल गांधी के नामांकन पर अपने दिल की बात कही। प्रियंका ने लिखा, कुछ दिनों पहले मां ने कहा था कि मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है। वह रायबरेली आकर पूरा होता है। ऐसा परिवार, जिसने कई पीढ़ियों को अपने में मिला लिया; जो दशकों तक हर उतार-चढ़ाव, सुख-दुख, संकट और संघर्ष में चट्टान की तरह हमारे साथ खड़ा रहा। यह स्नेह और भरोसे का रिश्ता है। यह सेवा और आस्था का रिश्ता भी है जो आधी सदी से अटूट है। उन्होंने आगे लिखा, हमें यहां के लोगों से जितना प्यार, जितनी आत्मीयता और सम्मान मिला है, वह अनमोल है। परिवारिक रिश्ते की सबसे बड़ी सुंदरता ये होती है कि आप चाहकर भी कभी उसके स्नेह का कर्ज नहीं उतार पाते। प्रियंका ने आगे लिखा इस मुश्किल वक्त में, जब हम देश के लोकतंत्र, संविधान और जनता के अधिकारों को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, तो इस लड़ाई में भी हमारा पूरा परिवार दृढ़ता से हमारे साथ खड़ा है।