नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे वरिष्ठ जज जस्टिस संजीव खन्ना देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। वर्तमान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने जस्टिस खन्ना को अगला सीजेआई बनाने की सिफारिश केंद्र सरकार से की है। केंद्र सरकार यह सिफारिश मानती है तो 10 नवंबर को जस्टिस खन्ना सीजेआई पद संभालेंगे। वर्तमान जस्टिस चंद्रचूड़ उसी दिन सेवानिवृत हो रहे हैं। जस्टिस खन्ना का कार्यकाल 23 मई, 2025 तक होगा। यानी वह करीब साढ़े छह महीने इस पद पर रहेंगे।
केंद्र सरकार ने स्थापित नियमों के तहत सीजेआई से पिछले शुक्रवार को अनुरोध किया था कि वह अपने उत्तराधिकारी का नाम सुझाएं। इसी के जवाब में चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने यह सिफारिश की है। जस्टिस संजीव खन्ना भारतीय न्यायपालिका में अपनी निष्पक्षता और कानूनी विद्वता के लिए जाने जाते हैं। सुप्रीम कोर्ट में प्रोन्नत होने से पहले वह दिल्ली हाईकोर्ट के जज रह चुके हैं। उन्हें 18 जनवरी, 2019 को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया था। जस्टिस खन्ना सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस हंसराज खन्ना के भतीजे हैं। वकालत की पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने साल 1983 में बार काउंसिल ऑफ दिल्ली में बतौर एक वकील के रूप में इनरोल कराया था। शुरुआत में दिल्ली के तीस हजारी परिसर में प्रैक्टिस शुरू की। इसके बाद दिल्ली हाईकोर्ट में विविध क्षेत्रों में अभ्यास किया।
साल 2005 में दिल्ली हाईकोर्ट में हुए थे नियुक्त : साल 2005 में दिल्ली उच्च न्यायालय के एडिशनल जज के तौर पर हुई थी। इसके बाद, साल 2006 में स्थायी न्यायाधीश बनाए गए थे।
साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति : 2006 से 2019 तक हाईकोर्ट में जज का कार्यभार संभालने के बाद 18 जनवरी, 2019 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था।
विवाद में घिरी थी नियुक्ति
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस संजीव खन्ना को जनवरी 2019 में सुप्रीम कोर्ट में जब पदोन्नत किया गया तो उनकी नियुक्ति ने विवाद खड़ा कर दिया था। दअरसल, उम्र और अनुभव में उनसे अन्य सीनियर जज लाइन में होने के बावजूद उन्हें सीधे सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त किया गया था।