पटना। उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक लग्जरी कार पटना जा रहा थी। कार भोजपुर जिले में दाखिल हुई। कार के आगे डीआईजी का बोर्ड लगा था। साथ ही शीशे पर पुलिस का स्टीकर लगा हुआ था। कार में सीआरपीएफ की वर्दी पहने तो कमांडो बैठे थे। तेज रफ्तार से चल रही लग्जरी कार अभी कोइलवर थाना क्षेत्र के आरा-पटना मुख्य मार्ग पर कुल्हड़िया टोल प्लाजा के पास पहुंची। कार पर डीआईजी लिखा बोर्ड और गाड़ी में बैठे कमांडो को देख बिहार पुलिस ठिठक गई। बिहार की भोजपुर पुलिस ने हिम्मत करते हुए गाड़ी में बैठे सीआरपीएफ के जवानों से गाड़ी की तलाशी कराने को कहा। बिहार पुलिस ने कार की डिक्की खोली तो सारा मामला खुल गया।
पुलिस ने तुरंत लग्जरी कार को जब्त कर लिया। साथ ही दोनों सीआरपीएफ की वर्दी पहने जवानों को पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपियों में से एक सीआरपीएफ जवान की पोस्टिंग दिल्ली में है। जबकि दूसरा सीआरपीएफ जवान का साथी है, जो गाड़ी चलाता था। पुलिस और डिटेल निकाल रही है। पुलिस ने उनकी लग्जरी कार से शराब की बड़ी खेप पकड़ी है, जो तस्करी कर ले जाई जा रही थी।
पुलिस को सूचना मिली थी कि डीआईजी का बोर्ड लगी एक लग्जरी कार से शराब ले जाई जा रही है। सूचना मिलते ही कोइलवर थाना के अपर थानाध्यक्ष सुभाष मंडल ने एक टीम गठित कर तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर कार को रुकवाया और उसकी तलाशी ली। तलाशी के दौरान कार की डिक्की में छुपाकर रखी गई 180 लीटर शराब बरामद हुई। बरामद शराब में कई विदेशी ब्रांड की बोतलें शामिल थीं।
एसडीपीओ-2 रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार सीआरपीएफ जवान का नाम सेखु कुमार है, जो दिल्ली में 122 बटालियन में तैनात है। वह 15 दिन पहले ही छुट्टी पर अपने घर आया था। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान एक लग्जरी कार, दो मोबाइल फोन, सीआरपीएफ के दो कमांडो यूनिफॉर्म, सीआरपीएफ का पहचान पत्र, एक एटीएम कार्ड और 8400 रुपये नकद बरामद किए हैं। दोनों गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ मद्य निषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा कार पर वरिष्ठ अधिकारी का स्टिकर और स्टार लगाकर चलने के मामले में भी अलग से एफआईआर दर्ज की गई है।