
पटना। बिहार में अगले एक साल में करीब 36000 नए पुलिसकर्मी बहाल किए जाएंगे। इसमें दारोगा, सिपाही, चालक सिपाही, स्टेनो एएसआई जैसे पद शामिल हैं। इनमें सबसे पहले 19,838 पदों पर सिपाही बहाली की जाएगी। इसके लिए अगले माह जुलाई में ही लिखित परीक्षा आयोजित होगी। डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि दस हजार पुलिसकर्मियों के नए पद विमुक्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इसके रोस्टर क्लीयरेंस की कार्रवाई मुख्यालय स्तर पर की जा रही है। एक साल के अंदर इसकी अधियाचना भेज दी जाएगी।



इसके अलावा जल्द ही 4 हजार 361 चालक सिपाही (पुलिस ड्राइवर) की भी बहाली होनी है। इसके लिए जल्द ही विज्ञापन निर्गत किया जाएगा। वहीं, 305 स्टेनो एएसआई के पद भी नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। वर्तमान में 1275 दारोगा राजगीर के बिहार पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे हैं। इसके तुरंत बाद 1817 दारोगा की नई बहाली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग को प्रस्ताव भेज दिया है।
नीतीश कुमार के पिछले 20 सालों के कार्यकाल में पुलिसकर्मियों की संख्या तीन गुनी हो गई है। वर्ष 2005 में 51 हजार सृजित पदों के विरुद्ध करीब 42 हजार पुलिसकर्मी थे जो 2025 में सवा लाख से अधिक हो गए हैं। पुलिस वाहन की संख्या में बीस सालों में 4 हजार से बढ़कर 11 हजार हो गई है, जबकि पुलिस हथियारों की संख्या में एक लाख की वृद्धि हुई है। वर्ष 2005 में पुलिस के पास करीब 75 हजार ही शस्त्र थे जो अब बढ़कर एक लाख 75 हजार हो गए हैं।
52 प्रतिशत से अधिक नई महिला सिपाही, देश में सर्वाधिक
शनिवार को मुख्यमंत्री ने जिन 21 हजार 391 सिपाहियों को नियुक्ति पत्र सौंपे, उनमें 52 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार, 11,178 महिला जबकि 10 हजार 205 पुरुष सिपाहियाें को नियुक्ति पत्र सौंपा गया है। वर्तमान में बिहार पुलिस में करीब 36 हजार महिला पुलिसकर्मी हैं, जो कुल बल का 28.5 प्रतिशत है। महिला पुलिसकर्मियों के प्रतिशत के मामले में बिहार देश में पहले स्थान पर है। बिहार में पुलिस सेवा में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रविधान है।